Bhul gaye ya, bhulana chahte ho?
Dur kr diya, ya jana chahte ho?
Ajma liya, ya ajmana chahte ho?mesg kar rhe ho ya abhi or paise bachana
chahte ho?
गलत सुना था कि मोहब्बत आँखों से होती है;
दिल तो वो भी चुरा लेते हैं जो पलकें नहीं उठाते।
करो कुछ ऐसा दोस्ती में की Thanks And Sorry words बे-ईमान लगे निभाओ यारी ऐसे के यार को छोड़ना मुश्किल और दुनिया छोड़ना आसान लगे…
मुझसे नाराज हो जाते हो, मेरा क्या होगा
मुझे यूं छोड़ न जाओ, मेरा क्या होगा
दिले- नादां का सिला है मेरे बहते आंसू
यही आगाज है, तो अंजाम मेरा क्या होगा..!!
Ab koun se mausam se koyi aas hum lagaye,
Barsaat mein bhi yaad na jab unko hum aaye..!!
हमें रोता देखकर, वो ये कह के चल दिए कि,
रोता तो हर कोई है, क्या हम सब के हो जाएँ..!!
"अगर इतनी नफरत है मुझसे तो कोई ऐसी दुआ कर,
जिससे तेरी दुआ भी पूरी हो जाये और मेरी जिंदगी भी..!!"
कुछ ऐसी मोहब्बत उसके दिल में भी भर दे या रब्बा,
की वो जिसको भी चाहे वो मै बन जाऊ...!!
लोग इन्सान देखकर मोहब्बत करते हैं,
मैने मोहब्बत करके इन्सानों को देख लिया...!!
लिखी कुछ शायरी ऐसी तेरे नाम से कि,
जिसने तुम्हे देखा भी नही, उसने भी तेरी तारीफ कर दी...!!
ऐसी बेबफाई की उसने, के मोहब्बत भी बदनाम हो गई,
अपनी मोहब्बत की इतनी कीमत वसूल की उसने, के हमारी अर्थी भी नीलाम हो गई...!!
न जाने क्यों अचानक वो मेरे सामने आ जाती है,
दुसरो के चेहरे में भी वो ही नजर आती है,
'ऐ खुदा '
जब धोखा उसने दिया है, तो सजा सिर्फ मुझे क्यों मिली है...!!
अजीब जुल्म करती हैं तेरी यादें मुझ पर,
सो जाऊं तो उठा देती हैं, जाग जाऊँ तो रुला देती हैं..!!
मेरे दिल से खेल तो रहे हो तुम, पर जरा सम्भल के...
ये थोडा टूटा हुआ है, कहीं तुम्हे ही लग ना जाए…!!
अरे ये बददुआएं किसी और के लिए रख,
मोहब्बत का मरीज हूँ, खुद- ब- खुद मर जाऊँगा..!!
इतनी कामयाबि हाँसिल करूंगा ऐ-दोस्त,
की तुझे माफी मांगने के लिये भी लाईन मेँ खडा होना पडेगा…!!
अजीब मेरा अकेलापन है,
तेरी चाहत भी नहीं और तेरी जरूरत भी है...!!
जितना चाहे रूला ले मुझको तू ऐ -जिन्दगी,
हंसकर गुजार दूँगा तुझको, ये मेरी भी जिद्द है..!!
वो खुद को फूल और हम को पत्थर कह के मुस्कुराया करते है,
उसको क्या खबर, पत्थर तो पत्थर रहते है, फूल ही मुरझाया करते है...!!
तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभालकर,
वरना मैं अभी दे दूँ, जिस्म से रूह निकाल कर...!!
कोई रास्ता नहीं दुआ के सिवा,
कोई सुनता नहीं खुदा के सिवा,
मैने जिन्दगी को देखा है करीब से,
मुश्किलों में कोई साथ नहीं देता आँसुओं के सिवा...!!
कहने लगी है अब मेरी तनहाई भी मुझसे,
मुझसे ही इश्क कर लो, मै तो बेवफा भी नही हू..!!
लिखने को अल्फ़ाज़ कम पड़ने लगे,
कहानियाँ कुछ इस तरह से रह गईं अनकही..!!
किस्मत वालो को ही मिलती है, पनाह किसी के दिल में,
यूँ हर शख्स को जन्नत का पता नही मिलता..!!
दौर वो आया है, कातिल की सजा कोई नहीं,
हर सजा उसके लिए, जिसकी खता कोई नहीं..!!
तुझको चाहत है वफा की तो मुझे गौर से पढ़,
वो शायरीयो में कहां है, जो लिखा है मुझमें...!!
हम तो उनसे बेइंतहा इश्क करते हैं,
"वो कब तक समझेगी", ये बड़ा सवाल है...!!
नफरत को हम प्यार देते है,
प्यार पे खुशियाँ वार देते है,
बहुत सोच समझकर हमसे कोई वादा करना,
' ऐ दोस्त ' हम वादे पर जिदंगी गुजार देते है..!!
मुझे आज भी उसकी बेपनाह मोहब्ब्त रोने नहीं देती...
जो कभी कहते थे, पागल मेरी जान निकल जायेगी, अगर तेरे आँसू गिरे तो...!!
माना की उसके प्यार का मै मालिक नहीं,
पर किरायेदार का भी कुछ हक्क तो बनता हैं..!!
वो पूछी क्या अब भी हमारी याद आती है ?
हमने भी हसकर बोला, अपनी बर्बादी को कौन भूल सकता है...!!
मुहब्बत नहीं है नाम सिर्फ पा लेने का,
बिछड़ के भी अक्सर दिल धड़कते हैं साथ-साथ...!!
तुझे पाना, तुझे खोना, तेरी ही याद मेँ रोना,
ये अगर इश्क है, तो हम तनहा ही अच्छेँ हैँ...!!
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